❓ परेशानियों से छुटकारा कब मिलेगा?
-Sanjeev Kumar Ojha, पुणे, महाराष्ट्र
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
ज्योतिष अनुसार आपका जन्म, कर्क लग्न और कन्या राशि में हुआ है। वर्त्तमान में आपकी शनि महादशा चल रही है, जो फरवरी २०३७ तक जाएगी। शनि का गोचर आपकी कुंडली के सप्तम भाव से हो रहा है। शनि, आपकी कुंडली में सप्तमेश और अष्टमेश भी हैं, जिसके कारण अष्टम भाव की प्रवृत्तियां लग्न अर्थात देह को भी मिल रही है, अवसाद और कुटुंब सुख का अभाव जीवन का एक बड़ा हिस्सा निगल जाता है। बार बार की परेशानियां (जैसे कार्यस्थल में बार बार बदलाव, पत्नी या अन्य कुटुंब में गहरे मतभेद या अकारण दूरी आदि) हतोत्साहित कर देती हैं, जिससे अवसाद निरंतर गहन होता जाता है। कुंडली में "जीवात्मा" योग बन रहा है, इसका तात्पर्य है कि पूर्व जन्मों के कुछ ऋण आपका पीछा कर रहे हैं और वह तब तक पीछा करेंगे जब तक हिसाब समाप्त न हो जाये। इसका चिह्न आपको आपके शरीर पर मिल जायेगा, आपकी पीठ के हिस्से में कमर से थोड़ा ऊपर रीढ़ की हड्डी के आसपास कोई कटे/तिल/मस्सा का निशान होना चाहिए तथा उससे मिलता जुलता निशान चेहरे के दाएं हिस्से पर होना चाहिए। इस पूर्व जन्म के ऋण को उतरने में अभी काफी समय है, लेकिन परेशानियां कम हों, इसके लिए कुछ सुझावरूपी उपाय बताये जा रहे हैं:
- प्रतिदिन ध्यान कीजिये। कम से कम १५ मिनट करना एकदम आवश्यक है। ध्यान विधी में सुखासन में बैठ जाएँ और ॐ का उच्चारण लम्बी सांस में धीरे धीरे करें।
- लग्नेश चन्द्रमा की युति राहु के साथ हो रही है, जिसने बचपन में आपको बेहद चंचल बनाया होगा और आज २४ घंटे सोचते रहने की आदत बन गयी होगी। इस लग्नेश चन्द्रमा को बल देने के लिए आप प्रत्येक पूर्णिमा को संध्या काल में स्वयं के हाथों से खीर बनाएं तथा पूरी रात उसे चंद्र प्रकाश में छोड़ दें, प्रातः स्नान-ध्यान कर के इसे भोग लगाकर प्रसाद रूप में स्वयं भी ग्रहण करें तथा अन्य कुटुंब जनों को भी कराएं।
- किसी सुयोग्य विद्वान से शनि यंत्र लॉकेट बनवा कर धारण करें।
आपकी कुंडली जटिल है और परिस्थितियों में अचानक से बदलाव नहीं आएंगे, धैर्य रखें, उपाय करें और ईश्वर पर छोड़कर अपना काम करें। परिवर्तन आपको २०२४ से अनुभव होना प्रारम्भ होगा, लेकिन तभी जब आपको उपाय जो बताये गए हैं उन्हें करेंगे।
❓ विवाह कब होगा?
-Sakshi , सोनीपत, हरयाणा
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपकी जन्म कुंडली मकर लग्न और वृष राशि की है। सप्तमेश चन्द्रमा पंचम भाव में बुध के साथ हैं और सप्तम भाव में गुरु+केतु हैं, गुरु की दृष्टि लग्न पर है। अपने वज़न पर विशेष दृष्टि बनाये रखें, इसके बढ़ने की प्रबल सम्भावना है। आते हैं आपके मूल प्रश्न पर, सप्तम भाव का उपनक्षत्रपती चन्द्रमा है, जो स्वयं के ही नक्षत्र में है तथा उसका SL गुरु है। प्रेम विवाह के लिए पंचम भाव से सम्बन्ध बहुत आवश्यक होता है, लेकिन चन्द्रमा और गुरु के पास उपयुक्त भावों का अभाव है अतः गंभीर प्रेम सम्बन्ध तो बनेंगे लेकिन प्रेम विवाह नहीं होगा। प्रेम संबंधों में सचेत रहें, प्रतिष्ठा हानि के संकेत हैं। आपका विवाह जून २०२२ से जून २०२३ के बीच होगा, विवाह प्रस्ताव ननिहाल या विदेश से जुड़ा सम्भव है।
❓ My husband always has trouble in sustaining/securing a job, when will it improve?
-Kiran Tara, Ambala, हरयाणा
✅ Following is your husband's natal chart:
This chart is of Scorpion ascendant and Sagittarius sign, 10th lord is Sun and is placed in 7th house, I really wonder if he didn't learn astrology but even if he didn't he must be having intuition power! Actually his mind doesn't take right decision at right moment, he is idealistic and he wants what is impossible. Nothing can be perfect, and we need to ignore many things of life which he needs to learn. Many times he become reluctant and doesn't react as quickly as he needs to do, then sometimes he tries to revolt. Anger is clearly visible. Tell him to think twice before any reaction and try to see the invisible things going on in the background. Ask him to wear a Sun Yantra locket and things will start improving. But controlling oneself is the most important task which needs to be achieved.
❓ विवाह कब होगा?
-Shiv , लखनऊ, उत्तर-प्रदेश
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
कुंडली अनुसार, आपका जन्म कर्क लग्न और कुम्भ राशि में हुआ है. सप्तमेश शनि वक्री होकर षष्ठ भाव में पड़े हैं और गुरु की दृष्टि सप्तम भाव पर है। गणना के अनुसार अब तक आपका विवाह हो जाना चाहिए था, और इसकी संभावना २०१८ में प्रबल थी। वर्त्तमान में आपकी गुरु दशा चल रही है, गुरु का गोचर अभी अभी कुम्भ राशि में हुआ है। यदि अब तक विवाह नहीं हुआ है तो निम्न उपाय करें, आपका विवाह १ वर्ष के भीतर हो जायेगा:
- अच्युत यंत्र लॉकेट धारण करें।
- केसर का टिका माथे पर प्रतिदिन लगाएं।
- सप्तम में एक बार किसी न किसी मंदिर अवश्य जाएँ।
उपरोक्त उपाय करने से आपके विवाह के योगों को बल मिलेगा और शीघ्र ही आपका विवाह हो जायेगा।
❓ मेरी सरकारी नौकरी के योग हैं या नहीं?
-Ankita Verma , लखनऊ, उत्तर-प्रदेश
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपका जन्म तुला लग्न और धनु राशि में हुआ है, दशम भाव में कर्क राशि में सूर्य बैठे हैं, दशमेश चन्द्रमा वक्री शनि के साथ तृतीय भाव में बैठे हैं। आपकी कुंडली में सरकारी नौकरी के पूर्ण योग हैं और यदि अभी आपके पास नौकरी नहीं है तो इसका तात्पर्य है कि सफलता के प्रयास में कहीं कोई कुछ कमी रह रही है। यदि आपका जन्म-विवरण सही है तो आपको शीघ्र ही सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए।
❓ मुझे उच्च सिविल सेवा में सफलता कब मिलेगी?
-Vikas Shukla, कानपुर, उत्तर-प्रदेश
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपके दिए हुए जन्म-विवरण अनुसार, आपका जन्म मेष लग्न और मकर राशि में हुआ है। दशम भाव में चंद्र+वक्री बुध+वक्री शुक्र+राहू की युति है। दशमेश शनि (कार्यक्षेत्र) का सम्बन्ध नवम भाव में प्रशासन (सूर्य) के साथ हो रहा है, यह एक शुभ लक्षण है। दशमांश कुंडली में शनि कर्क राशि के होकर लाभ भाव में बैठे हैं। वर्त्तमान दशा बृहस्पति की चल रही है जिसमे बुध की अन्तर्दशा है जो जुलाई २०२१ में समाप्त होगी। जुलाई २०२१ से जून २०२२ तक का समय कष्टकारी सिद्ध हो सकता है जॉब के मामले में और वर्त्तमान कार्य छूट भी सकता है, उसके बाद गुरु-शुक्र की दशा प्रारम्भ होगी जिसमें सिविल सेवा में आपके चयन के अच्छे योग हैं, प्रयास पुरे मन और समर्पण से कीजिये। किसी सुयोग्य वैदिक ब्राह्मण से नारायण यंत्र लॉकेट बनवा कर धारण कर लें, इससे आपकी विश्लेषण क्षमता और स्मरण शक्ति प्रबल होगी।
❓ मनपसंद नौकरी कब मिलेगी?
-Sambit Mukherjee, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
जन्म-कुंडली अनुसार आपका जन्म मेष लग्न और मेष राशि में हुआ है। दशम भाव में बुध और शुक्र की युति है, दशमेश शनि वक्री होकर बुध के साथ छठे घर में हैं जिसके कारण कार्यस्थल से असंतुष्टि रहती है। वर्त्तमान दशा राहू की है जो २०२८ तक चलेगी, २०२८ तक का समय हर तरीके से कष्टकारी रहेगा और जीवन से संतुष्टि २०२८ के बाद ही मिलेगी, तात्कालिक राहत के लिए राहू के जाप करवाएं, थोड़ी बहुत शांति अवश्य मिलेगी।
Don't forget to comment at the end of this post.
आपकी टिप्पणियों का हार्दिक स्वागत है। कृपया अपने अनुभव, सुझाव/आलोचना आदि कमेंट में अवश्य लिखें।
🙏 💐
0 टिप्पणियाँ