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❓ When will I be free from all karmic debts?
- Sandeep Khurana, New Delhi
✅ Here is your natal chart:
You are born in Taurus ascendant and in Capricorn Sign. Rahu and Ketu are controlling almost all the life dimensions of this chart. Your moon is in close conjunction with Rahu which creates sadness/illusion and depression and eye sight becomes highly affected so I think you wear glasses. 4th house is mother, home and comfortability and many other things and these all would be badly affected in your life due to the presence of Ketu in 4th house. Rahu indicates ancestors, then certainly you would be dreaming of them occasionally. In this kind of chart, sometimes a person thinks of suicide also, when the transit moon is badly affected. You are undergoing Mercury dasha which will end in December 2024, after that Ketus dasha will start and it will take your examination, just be prepared for it. Here are few suggestions for you:
- Plant the 5 auspicious trees.
- Visit Somnath and Rameshwaram at least once.
- Wear a Saturn Yantra locket.
You are likely to get a job after June 15th 2021.
-Ajit Agre, हाथरस, उत्तर-प्रदेश
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपके जन्म-कुंडली अनुसार आपका जन्म मिथुन लग्न और वृष राशि में हुआ है. वर्त्तमान में आपकी गुरु महादशा चल रही है २०२७ तक चलेगी। इस दशा के अंत के आसपास अर्थात नवंबर २०२७ में ही आपको राहत मिलेगी, इस बिच बंधन योग भी है अतः सतर्क रहें। चन्द्रमा को मज़बूत करें और नियमित रूप से शिव-पूजा अवश्य करें। किसी विद्वान वैदिक ब्राह्मण से सम्पर्क कर के भैरव -कवच लॉकेट के रूप में धारण करें।
❓ Please tell about my career.
- Harsh Jain, Mumbai, Maharashtra
✅ Following is your birth chart:
You are born in Aries ascendant, and in Capricorn Sign, and Rahu dasha is on which will end in 2038. You will certainly go to foreign and you will establish yourself but not easily because struggles are visible so just remember Chandra Prabhu and start . Most likely you will go before the end of this year or in Jupiter Pisces transit which will take place in next year. Don't think much, you have good future.
❓ क्या खेती का कार्य मेरे लिए लाभदायक होगा?
-Sumant, पंढरपुर(सोलापुर), महाराष्ट्र
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
ज्योतिष अनुसार आपका जन्म मीन लग्न और वृष राशि में हुआ है. खेती के लिए चतुर्थ भाव, मंगल, चन्द्रमा तथा १०-११वे भाव का आपसी सम्बन्ध होना चाहीये। आपकी कुंडली में दशमस्थ शनि अपनी सप्तम दृष्टि से चतुर्थ को देख रहा है. मंगल और चन्द्रमा के बिच ३-११ का सम्बन्ध है. तथा शनि की दृष्टि सप्तम भाव पर भी है. कुल मिलाकर शुरुआती संघर्ष के बाद आपको लाभ होगा परन्तु इच्छित लाभ नहीं है. यही नियम आपके वर्त्तमान व्यवसाय पर भी लागू है अर्थात वर्त्तमान व्यवसाय भी आपको इच्छित लाभ नहीं प्रदान करेगा। और अंततः आपको नौकरी करनी पद सकती है. इसका कारण केवल यही है की आपका ११वा भाव कमजोर है. उसका मालिक, अपने ही भाव से १२वे है. जो व्यय का कारक होता है. इस अनुपात में निष्कर्षतः यह कहा जा सकता है कि खेती अधिक लाभदायक होगी, आपको केवल अपने ११वें भाव को मज़बूत करना है. फिलहाल आपका इम्यून सिस्टम थोड़ा गड़बड़ है, कोरोना भी फ़ैल रहा है अतः सावधानी बरतें। आपको निम्न उपायों का सुझाव दिया जा रहा है:
- किसी केले के पेड़ पर थोड़े चने प्रसाद के रूप में चढ़ाएं और केले के पेड़ की विष्णु रूप में पूजा करें।
- वर्त्तमान में अगर आपके कमरे में मकड़ी के जाले हों या छिपकलियाँ बेड पर आती हों या भोजन में कंकड़-बाल आदि मिल रहे हों तो रात को सोते समय मोबाइल का इस्तेमाल न करें। और सोने से ठीक पहले कृष्ण के नाम का ११ बार जाप करें।
- किसी विद्वान वैदिक ब्राह्मण से स्वयं के लिए प्राण-प्रतिष्ठित नारायण यंत्र बनवाएं और लॉकेट के रूप में गले में पहन लें. ( आप चाहें तो हमसे भी ले सकते हैं, परन्तु यह बाध्यकारी नहीं है)
❓ मेरा आर्थिक भविष्य कैसा है?
-Inder Singh , भरतपुर, राजस्थान
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपका जन्म मकर लग्न और मकर राशि में हुआ है, वर्त्तमान में आपकी गुरु महादशा चल रही है. देव गुरु आपकी जन्म-कुंडली में द्वादशेश और तृतीयेश हैं. द्वादश भाव अत्यधिक खर्च/अस्पताल आदि का कारक होता है वहीं तृतीय भाव छोटी यात्रा और भाई बहनो को इंगित करता है. गुरु की यह दशा व्यर्थ के भागदौड़ करवाएगी साथ ही आय के रास्तों को भी संकीर्ण करेगी जिसके कारण आर्थिक दबाव पड़ेगा, आपकी कुंडली में पैतृक व्यवसाय और सरकारी लाभ दोनों के योग हैं लेकिन बृहस्पति का १२वे भाव का मालिक होना किंचित कष्टदायक हो गया है. परिस्थितियों में मामूली बदलाव सितंबर २०२१ से प्रारम्भ होंगे लेकिन इसका अनुभव आपको सम्पूर्ण रूप से २०२३ के बाद ही हो पायेगा। आगामी रामनवमी को श्रीराम का विधिवत पूजन करें बेहद फलदायी होगा।
❓ मेरा जीवन शांत और सफल कैसे होगा ?
-Sakshi Sharma , भरतपुर, राजस्थान
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपका जन्म मेष लग्न और कुम्भ राशि में हुआ है. आप अपने जीवन लक्ष्य में सफल रहेंगी। सुख का भाव चतुर्थ होता है, चतुर्थेश चन्द्रमा एकादश भाव में हैं साथ ही चतुर्थ शुक्र भी है अर्थात आपके पास वाहन और भव्य घर रहेगा। लग्न में आपके धर्मकर्माधिपति योग बना हुआ है जिसके कारण आप जितना अधिक दान-अदि धर्म कार्य करेंगी उतनी ही अधिक सफलता मिलती रहेगी। सप्तम स्थान (जीवन साथी) का अधिपति शुक्र है जो बुध के नक्षत्र में है. इसके कारण आपके विवाह में किंचित विवादस्पद परिस्थितियां उत्पन्न होंगी और बेहद मानसिक दबाव का सामना करना पड़ेगा। इसलिए विवाह से पहले किसी सुयोग्य विद्वान से पत्रिका मिलान करवा लें और केवल पत्रिका के गुणों की संख्या के आधार पर विवाह निश्चित न करें। प्रेम विवाह की आपकी तीव्र इच्छा होगी लेकिन उस परिस्थिति में आप अपनी मानसिक शांति को खो बैठेंगी। चुनाव मनुष्य के हाथ में होता है अतः चुनाव सोच समझकर करें। आपकी माता बेहद आध्यात्मिक होंगी और पिता एकाउंट्स/गणित से सम्बंधित होंगे।
❓ सरकारी नौकरी कब लगेगी?
-Bhavesh Jha , मधुबनी, बिहार
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपका जन्म वृष लग्न और मकर राशि में हुआ है. दशमेश शनि, वक्री होकर लग्न में अष्टमेश और एकादशेश के साथ हैं. चतुर्थेश सूर्य वक्री बुध के साथ षष्ठ भाव में हैं. आप जीवन बीमा की नौकरी के लिए प्रयास करें, सरकारी नौकरी केवल उसी विभाग की प्राप्त होने के संकेत मिल रहे हैं. इसके अतिरिक्त आप गुप्त रक्षा सेवाओं (जैसे CBI , CID , गुप्तचर विभाग) आदि में भी सफल रहेंगे। इसके अतिरिक्त किसी अन्य विभाग में सफलता की सम्भावना क्षीण है. आप के गोचर अभी किसी भी नौकरी के नुकूल नहीं हैं और अधिकांश लाभदायक ग्रह पीड़ित अवस्था में हैं, अतः यदि आप उपाय आदि करेंगे तो २०२३-२४ में आपको जॉइनिंग मिल सकती है. आप को निम्न उपाय के सुझाव दिए जाते हैं:
- किसी सुयोग्य विद्वान ब्राह्मण से नारायण यंत्र विधिवत प्राण-प्रतिष्ठित करवा कर गले में लॉकेट में पहने।
- नित्य शिव मंदिर अवश्य जाएँ, यदि नित्य सम्भव न हो तो सप्ताह में एक दिन अवश्य जाएँ।
❓ When can I expect a child?
-Sahil Balotra, Pathankot, Punjab
✅ The details you have sent are incomplete. Time of birth is missing of you couple. It seems you didn't read here. Please read first and then submit again.
❓ What should I do, job or business?
-Sanjeev Kumar Ojha, Pune, Maharashtra
✅ Following is your birth chart:
You are born in cancer ascendant and in Virgo sign. only Ancestral occupation suits you. So choose the work which your grandfather/father used to do.
❓ मुझे कौन सा व्यवसाय करना चाहिए, आगे का समय कैसा रहेगा, पारिवारिक स्थिति कैसी रहेगी, शनि महादशा का प्रभाव क्या होगा, कोर्ट विवाद क्या होगा .....................?
-Bhavesh Jha , मधुबनी, बिहार
✅ केवल आपकी कुंडली देखने बैठ जाएँ तो संभवतः पूरा दिन निकल जाए. प्रतीत होता है कि आपने इसे पढ़ा ही नहीं। व्यक्तिगत फलित के लिए आप व्यक्तिगत समय ले सकते हैं.
❓ Analyse my horoscope.
-Dr. VK Bahuguna
✅ You haven't sent your birth details! Please read here first and then submit again.
❓ ये साल कैसा है?
-Rachna Mahajan
✅ आपने कोई जन्म विवरण नहीं भेजा है. आप किसके साल के विषय में पूछ रही हैं? विश्व के या व्यक्तिगत? विश्व के विषय में किया गया प्रश्न मेदनीय ज्योतिष के अंतर्गत आता है और उसकी यहां कोई प्रसंगिकता नहीं है अभी. अतः प्रतीत होता है कि आपने इसे पढ़ा ही नहीं। क्षमा करें, पहले आप लिंक पर जाकर प्रश्न पूछने का तरीका पढ़ें और पुनः अपना प्रश्न पूछें।
❓ मेरी पदोन्नति कब होगी ?
-Ajeet Saxena, नयी दिल्ली
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
कुंडली अनुसार, आपका जन्म मीन लग्न और मकर राशि में हुआ है. वर्त्तमान में आपकी राहू दशा चल रही है, जो मार्च २०२५ तक चलेगी। आपकी जन्म कुंडली में राहु लग्न में है और उसका वर्त्तमान गोचर तृतीय भाव से हो रहा है. कृष्णमूर्ति ज्योतिष अनुसार राहु आपकी कुंडली में प्रमोशन के भावों को सूचित कर रहा है, और अब तक आपको प्रमोशन मिल जानी चाहिए थी. आप नजदीक के किसी भैरव मंदिर जाकर, भैरव और उनके अनुचरों की सेवा कीजिए, निश्चित रूप से आपका प्रमोशन हो जायेगा। भविष्य में अन्य अनेकों अवसर मिलेंगे जिसके लिए सही समय पर सही निर्णय की अपेक्षा रहेगी काल को आपसे, अतः इसके लिए गले में लॉकेट के रूप में सरस्वती यंत्र किसी सुयोग्य वैदिक ब्राह्मण से विधिवत प्राण-प्रतिष्ठित करवा कर धारण करें। (अथवा आप चाहें तो हमसे भी ले सकते हैं)
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