Feel free to comment below this post and help us. Tell people about us.
किसी भी प्रकार की टिप्पणी का स्वागत है, आप इस पूरी पोस्ट के ठीक नीचे टिप्पणी कर सकते हैं. लोगों को बताएं और हमारा सहयोग करें।
❓ मेरी नौकरी कब लगेगी?
- Umang Kumar Singh , पटना, बिहार
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपका जन्म वृष लग्न और कुम्भ राशि में हुआ है. दशम भाव में तृतीयेश चन्द्रमा हैं और दशमेश वक्री होकर स्वस्थान से १२वे हैं. दशमांश कुंडली में चन्द्रमा चतुर्थ भाव में नीचस्थ हैं, तथा दशमेश शुक्र मिथुन राशि में एकादश भाव में स्थित हैं. दशम भाव के ऊपर जन्म कुंडली या दशमांश कुंडली दोनों में किसी भी शुभ ग्रह की दृष्टि नहीं है. वर्त्तमान दशा बुध-शुक्र की है और बुध द्वितीयेश तथा पंचमेश हैं. आप बैंकिंग इस गणित/विज्ञान आदि विषयों पर आधारित प्रतियोगी परीक्षाओं की तयारी करें, सफलता की सम्भावना है लेकिन आपको दूसरों से अधिक श्रम करना पड़ेगा। क्योंकि आपकी कुंडली में भाग्येश शनि का सम्बन्ध राहू से बन रहा है तथा चन्द्रमा भी पीड़ित हैं. आप किसी मंदिर में श्रम दान दें, तथा किसी भैरव मंदिर में प्रत्येक मास में एक बार अवश्य जाया करें, इससे आपके कमजोर ग्रहों को बल मिलेगा तथा आपको सही रास्ता मिलेगा।
❓ मेरी नौकरी कब लगेगी?
- Pankit , अम्बाला कैंट , हरयाणा
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपकी जन्म-कुंडली तुला लग्न की है, तथा आपकी राशि मीन है. दशमेश चंद्र रोग भाव में बैठे हैं तथा दशम भाव पर बृहस्पति की दृष्टि है. लग्न में सूर्य अपनी नीच राशि में हैं तथा राहू की उपस्थिति से पीड़ित हैं. जॉब के लिए दशम भाव, सूर्य, चन्द्रमा तथा शनि का उत्तम रहना बेहद आवश्यक होता है. आप शिक्षा (जैसे अध्यापन अर्थात पढ़ाना, प्रशिक्षण आदि ) अथवा मनोरंजन जगत से जुड़ा कोई कार्य करने की कोशिश कीजिये आपको सफलता मिलेगी। वर्त्तमान में आपकी आपकी केतु दशा चल रही है जो अप्रैल २०३० तक चलेगी। केतु आपकी कुंडली में सप्तम भाव में हैं तो आपको स्वरोज़गार में सफलता नहीं मिलेगी, अपने किसी नजदीकी क्षेत्र में कोई विद्यालय या ऐसी जगह जहाँ आप कार्य कर सकें आप ढूंढे। महादेव शिव की आराधना करें माता पार्वती सहित, आपकी जीवन में आ रही दिक्कतें काफी कम हो जाएँगी।
❓ मेरे पति के व्यापर और स्वास्थ्य के विषय में बताएं।
- Alka Kapoor, नयी दिल्ली
✅ प्रस्तुत चित्र आपके पति की जन्म-कुंडली का है:
आपके पति का जन्म कर्क लग्न और वृश्चिक राशि में हुआ है. लग्न में नीचस्थ मंगल तथा पंचम में बेहद पीड़ित चन्द्रमा हैं. ऐसे जातक अस्थिर मन के होते हैं और इन्हे बेहद ही शीघ्र क्रोध आता है. हर बात में कोच न कुछ नुक्स निकालते हैं और बेहद गुस्सैल होते हैं. ऐसे जातक जीवन में हताश बेहद जल्द हो जाते हैं और कभी कभी आत्महत्या तक की कोशिश करते हैं (कम से कम धमकी तो ज़रूर देते हैं एक बार). नेत्र दोष होता है विशेषकर बायीं आँख में तथा BP से बिमारी शुरू होकर शुगर और अन्य न जाने कितने रोग शरीर को अपना घर बना लेते हैं. वास्तव में अगर ऐसे जातक केवल ध्यान और योग करें तो इनकी ९०% स्वास्थ्य समस्या चुटकी में ख़त्म हो जाएँगी, इसलिए स्वनियंत्रण और स्वनिरीक्षण सबसे अधिक आवश्यक हैं। वर्त्तमान दशा शुक्र-शनि की है, पाशुपत यंत्र गले में लॉकेट की तरह पहनें तो परिस्थितियों में बेहद सुधर आएगा, अन्यथा अगस्त २०२२ तक भटकाव के योग हैं और अधिकतर समय व्यर्थ की भागदौड़ में बीतेगा।
❓ स्टॉक मार्केट में लाभ कब से प्रारम्भ होगा ?
- Khushboo Dubey Mukherjee, भिलाई, छत्तीसगढ़
✅ ज्योतिष में लिंग से बेहद परिवर्तन आते हैं. प्रतीत होता है कि आपने नियमावली ध्यान से नहीं पढ़ी.आपने कुंडली का लिंग नहीं बताया है. अतः आगे का विवेचन 'स्त्री' आधार मानते हुए किया गया है. यदि यह एक पुरुष की कुंडली हुई तो फलकथन में अंतर् आ सकता है.
प्रस्तुत चित्र कुंडली का है:
आपका जन्म सिंह लग्न तथा कुम्भ राशि में हुआ है. इस जन्म-कुंडली में एकादशेश बुध है जो स्वस्थान से १२वे (व्यय भाव) में है. एकादश भाव में शुक्र उत्तम स्थिति में है, लेकिन शेयर मार्किट से लाभ लेने के लिए उत्तम दशा का अभाव है, साथ ही गुरु और शनि का गोचर आपके जन्म कुंडली के छठे भाव से हो रहा है. शेयर मार्किट से अपेक्षित लाभ आपको लगभग २०२५ से प्रारम्भ होगा, उसके पहले बीएस कामचलाऊ या कभी ज्यादा कभी कम लाभ होता रहेगा लेकिन नियमितता २०२५ के मध्यांतर के बाद ही आएगी। आप किसी भैरव मंदिर में चढ़ावा अवश्य दें. किसी से भी मुफ्त में कोई काम न करवाएं।
❓ स्वास्थ्य के विषय में बताएं।
- Nisha , अल्मोड़ा, उत्तराखंड
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
इस जन्म-कुंडली अनुसार आपका जन्म मेष लग्न और तुला राशि में हुआ है. आपके नाम के पहले अक्षर 'न' से आपकी राशि वृश्चिक है. जन्म राशि और नाम राशि अलग-अलग स्थान पर प्रयोग किये जाते हैं. विवाह, पूजा आदि में जन्म राशि का प्रयोग होता है, लेकिन सांसारिक कार्यों में नाम राशि का अधिक महत्त्व होता है. वर्त्तमान में आपकी शनि दशा चल रही है जो नवंबर २०३८ तक चलेगी। इन सब के बिच आपको दांत में (विशेष तौर पर बाएं हिस्से के आखिरी २ दांतों में cavity ), कान, रक्त में तथा गाँठ (Tumour ) की समस्या परेशान कर सकती है. इसके अतिरिक्त कभी-कभी बोलने में अटकने तथा भूलने की समस्या से आमना-सामना होना पड़ेगा। पर यह सब समस्याएं आएँगी, थोड़ी देर रुकेंगी और चली जाएँगी, लेकिन हृदय और रक्त सम्बंधित समस्या आपको काफी दिनों तक झेलनी पड़ सकती है। स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक्कतें आने पर आप नारायण यंत्र धारण करें, इससे कोई भी समस्या गंभीर नहीं हो पायेगी।
❓ परेशानियों से छुटकारा कब मिलेगा?
- Suraj Gupta , मुंबई, महाराष्ट्र
✅ प्रस्तुत चित्र आपकी जन्म-कुंडली का है:
आपका जन्म मीन लग्न और तुला राशि में हुआ है। लग्नेश बृहस्पति शत्रु राशि में तृतीय स्थान पर हैं, वहीँ रोग भाव में केतु विराजमान हैं। लग्न पर किसी भी शुभ गृह की दृष्टि नहीं है। लग्न किसी भी जातक की देह होती है, अर्थात आपकी देह कष्टमय है। चन्द्रमा मन को इंगित करता है, यहां चन्द्रमा भी शत्रु राशि का होकर अष्टम भाव (दुःस्थान) में है अर्थात मन में निराशा, संदेह और कभी कभी आत्महत्या के भाव भी आते हैं। राहू द्वादश भाव में बंधन योग बनाता है, जिससे इंसान जेल जैसा जीवन व्यतीत करने लगता है और छुटकारा पाना चाहता है। आत्मा का करक सूर्य होता है और सूर्य के ठीक आगे परम शत्रु राहू और पीछे शत्रु शनि हैं। इस प्रकार यह एक ऐसी कुंडली है जिसमे देह, मन और आत्मा सभी पीड़ित हैं। वर्त्तमान दशा शनि की चल रही है जो २०२६ तक जाएगी, राहू और शनि का त्रिकोणीय सम्बन्ध तथा नाड़ी ज्योतिष अनुसार सूर्य+गुरु का सम्बन्ध यह बताता है कि आप स्वयं के ही पूर्वज हैं, बहुत संभव है कि आप अपने ही दादा के छोटे या बड़े भाई हों (यदि पुराने चित्र हों तो तुलना करने पर यह स्पष्ट हो जायेगा, बातें आदि भी मिल सकती हैं) और आपसे कोई मंदिर आदि टूटा है जिसका श्राप आपको कई जन्मो तक पीछा करेगा। आपको आगे की कही बात बुरी लग सकती है, लेकिन आपको स्पष्ट बात बताना मेरा कर्तव्य है, आप के पास बिना कमाया धन भी रहेगा लेकिन आप अधिकांश लोगों से केवल स्वार्थवश मिलते हैं। इस स्वाभाव का परित्याग कीजिये और कुछ सुझाव आदि हैं, जिनका पालन करना या न करना आपके हाथ में है: -
- अपनी हैसियत के अनुसार कुछ भी छोटा या बड़ा मंदिर निर्माण करवाएं विष्णु भगवन का और अपने अपराध के लिए क्षमा याचना करें।
- शनि यंत्र विधिवत प्राण प्रतिष्ठित करवा कर उसे गले में लॉकेट की तरह पहनें।
- किसी को हानि/प्रतिशोध या लाभ उठाने की भावना से न देखें।
- यदि आपने उपरिलिखित उपाय किये और श्रद्धापूर्वक आप ईश्वर से क्षमा याचना करेंगे तो थोड़े समय के बाद आपकी कीर्ति पताका लहरा उठेगी।
❓ Can I take franchise of Pharmaceutical marketing for earning?
- Sanjeev Kumar Ojha, Pune , महाराष्ट्र
✅ Following is your birth chart:
In the chart above, as per KP astrology, 10th CSL is Rahu! Star lord and Sublord of Rahu is Mars and Saturn respectively and Rahu is an agent of Mercury. Rahu signifies 9,3,10; while Mars signifies 9 only and the SL Saturn signifies 3,9,11 and 12! We can see 9 is almost everywhere so ancestral occupation suits you the best! If your question is anyhow related to the field of ancestors, then success is sure! But 9th house is medicines too, so even if it is not related to ancestors, you will succeed after a mild struggle! You are going to have many long journeys and may be even foreign journey in between these period from Feb 2021 to April 2024.
❓ About my marriage, is it successful?
- Anshu Shringi, Bundi , Rajasthan
✅ Following is your birth chart:
You are born in Taurus ascendant and in Sagittarius sign. 7th house owner Mars is placed along with Sun and Venus in the tenth house, Mars is ahead of Venus and retro Saturn is aspecting this combo which is the main reason for delayed marriage. Even if marriage takes place there are tons of misunderstandings which mess the home life and turn into burning hell. Few Remedies are suggested hereby, upon following these, most likely you will start enjoying your marital life by the end of 2021:
- Wear a Rahu yantra, prepared by a good Vaidik Brahman, in the neck as a locket.
- Go to any Bhairav Temple and offer prasad. If possible do it daily, if not then once in a month for 6 months consecuently.
- Never touch liquor and never drink.
Don't forget to comment at the end of this post.
आपकी टिप्पणियों का हार्दिक स्वागत है. कृपया अपने अनुभव, सुझाव/आलोचना आदि कमेंट में अवश्य लिखें।
🙏 💐
0 टिप्पणियाँ